back to top
Tuesday, October 21, 2025

दिल अब बच्चा नहीं रहा, हमने उसे बूढ़ा बना दिया, लाइफ स्टाइल से हार्ट हो सकता है मजबूत – डॉ पंकज बत्रा

Share

वर्ल्ड हार्ट डे पर बत्रा हॉस्पिटल में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मरीज व डॉक्टरों ने लिया हिस्सा

फरीदाबाद। हमारे फिल्मी गानों में ‘दिल’ का जिक्र कभी प्यार जताने के लिए हुआ तो कभी अपना हाल बताने के लिए। लेकिन ये दिल यानी हार्ट सिर्फ गानों की जान ही नहीं नहीं बल्कि इंसानी शरीर की सेहत और जिंदगी की जान भी होता है। इंसानी शरीर में हार्ट एक उस इंजन की तरह काम करता है जो आपके पैदा होने से मरने तक हर पल खून पंप करके आपको जिंदा रखता है। यह बात वर्ल्ड हार्ट डे और सेक्टर-31 स्थित बत्रा हार्ट एवं मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल की दूसरी वर्षगांठ पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ. पंकज बत्रा ने कही। कार्यक्रम में मरीजों से केक कटवाकर उनका मुंह मीठा करवाया।

img 20250929 wa02686854310119281678908

इस अवसर पर मरीजों ने कॉर्डियोलॉजिस्ट डॉ. पंकज बत्रा को भगवान का रूप बताते हुए उनकी सराहना की। एक मरीज ने डॉक्टर के सम्मान में कविता भी प्रस्तुत की। मरीजों ने कहा कि यह पहला ऐसा अस्पताल है जो सिर्फ इलाज ही नहीं करता, बल्कि इलाज के बाद मरीजों को स्वस्थ जीवन के लिए जागरूक भी करता है। इसके अलावा, अस्पताल ने दिल की बीमारियों से बचाव पर आधारित पुस्तक का विमोचन भी किया। डॉ. बत्रा ने बताया कि नियमित जांच, संतुलित आहार, व्यायाम और तनाव नियंत्रण के जरिए दिल को स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने सभी मरीजों और उनके परिजनों को प्रेरित किया कि वे अपनी सेहत का ध्यान रखें और हृदय संबंधी समस्याओं को हल्के में न लें। कार्यक्रम में हद्य रोगियों के लिए जागरूक करने के लिए डॉ बत्रा द्वारा लिखी गई किताब का विमोचन भी किया गया और अस्पताल स्टॉफ की ओर से दिल के मरीजों के लिए जागरूकता नाटक का मंचन किया गया।

img 20250929 wa02692580985813596682372


इस अवसर पर अस्पताल के चेयरमैन रमेश कुमार बत्रा, निदेशक डॉ. कुलभूषण भारतीया रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मिस्टर पूरन पांडेय और दीपा कुमारी ने किया। विभिन्न विभागों के डॉक्टर जैसे डॉ. आर.के. दुआ (जनरल सर्जरी), डॉ. हर्ष सिंह (ऑर्थोपेडिक), डॉ. क्रिति (गाइनैकोलॉजी), डॉ. अरुणाभ स्वामी (पीडियाट्रिक्स), डॉ. पारुल (इंटर्नल मेडिसिन), डॉ. नजीब उर रहमान (न्यूरोलॉजी), डॉ. सिंह (नेफ्रोलॉजी), डॉ. ईशान (पल्मोनोलॉजी), डॉ. शर्मा (यूरोलॉजी) और डॉ. संजय (गैस्ट्रोएंटरोलॉजी) भी मौजूद थे।


Read more

Local News