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Wednesday, October 22, 2025

राज्य स्तरीय मॉडल के रूप में विकसित होगा सराय स्थित राजकीय विद्यालय : डीसी विक्रम सिंह

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फरीदाबाद का सबसे बड़ा राज्य स्तरीय स्कूल बनेगा राजकीय विद्यालय सराय, 4 मंजिला विस्तार और 6 हजार बच्चों की व्यवस्था

स्कूल में लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, केमिस्ट्री लैब और बायोलॉजी लैब जैसी आधुनिक सुविधाएँ होंगी उपलब्ध

फरीदाबाद। उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह ने कहा कि राजकीय विद्यालय सराय का नवीनीकरण फरीदाबाद के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा। डीसी विक्रम सिंह ने आज राजकीय विद्यालय सराय के नवीनीकरण और विकास परियोजना के संबंध में शिक्षा विभाग, एचएसवीपी के अधिकारियों के साथ लघु सचिवालय के बैठक कक्ष में बैठक कर विस्तृत दिशा-निर्देश दिए।

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डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि यह स्कूल न केवल फरीदाबाद का सबसे बड़ा राज्य स्तरीय स्कूल बनेगा, बल्कि यहाँ विद्यार्थियों के लिए आधुनिक सुविधाओं से युक्त, सुरक्षित और अनुकूल शिक्षण वातावरण भी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजकीय विद्यालय सराय दो मंजिला है, जिसे चार मंजिला बनाने की योजना बनाई गई है। इस विस्तार से स्कूल में लगभग छह हजार बच्चों के बैठने की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। साथ ही, शिक्षा और प्रशिक्षण के हर पहलू को ध्यान में रखते हुए स्कूल में लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब, केमिस्ट्री और बायोलॉजी लैब सहित अन्य सभी आधुनिक सुविधाएं भी स्थापित की जाएंगी।

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उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नवीनीकरण की प्रक्रिया में डिज़ाइन और संरचना की गुणवत्ता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। इसके लिए विशेषज्ञ आर्किटेक्ट की मदद से स्कूल का संपूर्ण डिजाइन तैयार किया जाएगा, ताकि विद्यालय का ढांचा न केवल भव्य और टिकाऊ हो, बल्कि छात्रों की सुरक्षा और सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जा सके। डीसी ने इस अवसर पर अधिकारियों को स्पष्ट किया कि परियोजना की योजना समयबद्ध तरीके से पूरी की जाए और इसमें किसी भी प्रकार की गुणवत्ता समझौता न हो।

डीसी विक्रम सिंह ने यह भी कहा कि नवीनीकरण के साथ-साथ स्कूल के परिसर और इमारतों में आधुनिक और स्मार्ट शिक्षण तकनीकें भी लागू की जाएंगी। इससे विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षण के साथ-साथ डिजिटल शिक्षा और विज्ञान के प्रयोगात्मक अध्ययन का अवसर मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल में स्टूडेंट फ्रेंडली वातावरण तैयार किया जाए, जिसमें बच्चों के लिए खेलकूद, सांस्कृतिक गतिविधियाँ और प्रयोगात्मक शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नवीनीकरण परियोजना में वित्तीय पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी और प्रत्येक चरण की प्रगति की नियमित समीक्षा की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि परियोजना की समय सीमा के भीतर पूरी कर उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सभी संसाधनों का कुशल उपयोग किया जाए

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्कूल की सुरक्षा, स्वच्छता और संपूर्ण शिक्षण वातावरण को बेहतर बनाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके साथ ही, उन्होंने शिक्षकों और स्टाफ की सुविधाओं को भी उन्नत करने के निर्देश दिए, ताकि वे छात्रों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर सकें। उन्होंने कहा कि इस परियोजना के पूरा होने के बाद यह स्कूल न केवल विद्यार्थियों के लिए आदर्श बन जाएगा, बल्कि पूरे जिले में सरकारी स्कूलों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्कूल के नवीनीकरण के साथ-साथ स्थानीय समुदाय और अभिभावकों को भी इस प्रक्रिया में शामिल किया जाए ताकि सभी हितधारक विद्यालय की उन्नति में योगदान कर सकें।

डीसी विक्रम सिंह ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस परियोजना में आधुनिक तकनीक, स्मार्ट क्लासरूम और पर्यावरण के अनुकूल संरचनाओं को प्राथमिकता दी जाए। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि निर्माण कार्य के दौरान किसी प्रकार की व्यवधान या असुविधा छात्रों और स्थानीय समुदाय के लिए न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

बैठक में एडमिन एचएसवीपी अनुपमा अंजलि, सीटीएम अंकित कुमार, डीईओ अंशु सिंगला, डिप्टी डीईओ मनोज मित्तल सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे

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